वादों का दिन,,,,
यकीं दिलाने को नए नए अल्फाज ला रहे हैं
के लोग आज वादों का दिन मना रहे हैं,,,
ये जज्बे बता रहे हैं ताल्लुक नया नया है,,
वो एक दूजे को अपनी जान बुला रहे हैं,,,
अजब शये है ये जुनुने इश्क ओ जवानी
के लोग हवस को मोहब्बत बता रहे हैं,,,
तलाशे इश्क में झूठे बाजार तक आ पहुंचे हैं
और हर ऐरे गैरे से राहो रसम बढ़ा रहे हैं,,,
नई मोहब्बत और हर रोज यार नए नए,
लोग हर रोज नया इश्क फरमा रहे हैं,,,
© Tahrim
के लोग आज वादों का दिन मना रहे हैं,,,
ये जज्बे बता रहे हैं ताल्लुक नया नया है,,
वो एक दूजे को अपनी जान बुला रहे हैं,,,
अजब शये है ये जुनुने इश्क ओ जवानी
के लोग हवस को मोहब्बत बता रहे हैं,,,
तलाशे इश्क में झूठे बाजार तक आ पहुंचे हैं
और हर ऐरे गैरे से राहो रसम बढ़ा रहे हैं,,,
नई मोहब्बत और हर रोज यार नए नए,
लोग हर रोज नया इश्क फरमा रहे हैं,,,
© Tahrim