हम सभी हैं किताबें
हम सभी हैं किताबें
कुछ पन्ने जिसमें ख़ुशी के
और कुछ ग़म की हैं रातें।
रोज़ भर रहे हैं सब एक पन्ना
कभी अतीत की रुसवाई से
तो कभी भविष्य रूपी स्याही से।
ना...
कुछ पन्ने जिसमें ख़ुशी के
और कुछ ग़म की हैं रातें।
रोज़ भर रहे हैं सब एक पन्ना
कभी अतीत की रुसवाई से
तो कभी भविष्य रूपी स्याही से।
ना...