था एक पागल
हां वह जो मेरे आंसू देख खुद रो पड़ता था।
हां वह जो मेरे आंसू देख खुद रो पढ़ता था।
मेरी एक मुस्कुराहट के खातिर कुछ भी करता था।
मेरी खुशी की खातिर बेमतलब सबसे लड़ता था
मेरे रूठ जाने पर मुझे बड़े प्यार से समझाया करता था मुझे मनाया करता था ।
तुम्हारी बहू है मां यह कहकर अकसर उन से मुझे मिलवाया करता था।
हां था एक पागल ,था एक पागल जो मुझ पे मरता था।
हां वह जो मेरे आंसू देख खुद रो पढ़ता था।
मेरी एक मुस्कुराहट के खातिर कुछ भी करता था।
मेरी खुशी की खातिर बेमतलब सबसे लड़ता था
मेरे रूठ जाने पर मुझे बड़े प्यार से समझाया करता था मुझे मनाया करता था ।
तुम्हारी बहू है मां यह कहकर अकसर उन से मुझे मिलवाया करता था।
हां था एक पागल ,था एक पागल जो मुझ पे मरता था।