मौन शब्द
#SilentConfessions
उत ढलत रहा दिन मध्यम ढलती सांझ,
इत ढल रहा जीवन बिना पहुंचे मुकाम;
नित हर पल घट रहा नितिन -कोहराम,
मन अनंत भाव शब्द मौन करें विश्राम।
अनकहे शब्द कभी पा न सके अंजाम,
जीवन हर पल चित करते रहे परेशान;
पंछी से गूंजत मन उपवन सुबह- शाम,
पवन- पावनी से बह रहे बिन...
उत ढलत रहा दिन मध्यम ढलती सांझ,
इत ढल रहा जीवन बिना पहुंचे मुकाम;
नित हर पल घट रहा नितिन -कोहराम,
मन अनंत भाव शब्द मौन करें विश्राम।
अनकहे शब्द कभी पा न सके अंजाम,
जीवन हर पल चित करते रहे परेशान;
पंछी से गूंजत मन उपवन सुबह- शाम,
पवन- पावनी से बह रहे बिन...