वो बेखबर था, या नज़रअंदाज़ मैं बहुत था//////He was oblivious, or I was too ignorant!!!!!
मुझमे गहराई समुद्र जितनी थी,
उसको प्यास एक बूँद भर भी ना थी।
मेरे ख्यालों में बातें इतनी थी,
उसको उन बातों की चाहत रत्ती भर भी ना थी।
मैं खोने को तैयार था उसमें,
मेरी जगह उसमें एक कोने की भी ना थी।
मैं आवारा सा वो समझदार बहुत थी,
खाली पन्नों में उसके अनछुए...
उसको प्यास एक बूँद भर भी ना थी।
मेरे ख्यालों में बातें इतनी थी,
उसको उन बातों की चाहत रत्ती भर भी ना थी।
मैं खोने को तैयार था उसमें,
मेरी जगह उसमें एक कोने की भी ना थी।
मैं आवारा सा वो समझदार बहुत थी,
खाली पन्नों में उसके अनछुए...