ए खुदा
ना जानें क्यूं
भीग जाती हैं ये आंखें
छोटी सी बातों पर
दिल दुखने लगता है
बेवजह बेवक्त यूंही
बेतुकी बातों पर
थक गई तुझसे मैं जिन्दगी
अब रखी नहीं जाती
झूठी मुस्कान इन होठों पर
कितना कुछ छीना
ए खुदा तुने मुझसे
जरा भी तरस नही आया
तुझे मेरे हालातों पर!!!
19/11/2023
भीग जाती हैं ये आंखें
छोटी सी बातों पर
दिल दुखने लगता है
बेवजह बेवक्त यूंही
बेतुकी बातों पर
थक गई तुझसे मैं जिन्दगी
अब रखी नहीं जाती
झूठी मुस्कान इन होठों पर
कितना कुछ छीना
ए खुदा तुने मुझसे
जरा भी तरस नही आया
तुझे मेरे हालातों पर!!!
19/11/2023