रात भर
एक अजनबी तस्वीर सताती रही रात भर !
बातें उनसे की हुई याद आती रही रात भर !
थक कर चिराग़ सो गया पहले पहर ही मगर
लौ शमां- ए-आरज़ू जगमगाती रही रात भर !
तन्हा, सर्द रात में हैं,...
बातें उनसे की हुई याद आती रही रात भर !
थक कर चिराग़ सो गया पहले पहर ही मगर
लौ शमां- ए-आरज़ू जगमगाती रही रात भर !
तन्हा, सर्द रात में हैं,...