~ एक सवाल ~
परिंदों जैसी थी फितरत उसकी
मैंने भी बाँधा नही
मुहब्बत थी या मात्र आकर्षण
या सिर्फ़ दूरियाँ थी वजह
चाहते थी आसमान को छूने की
मगर रहना उसे धरती पर ही था
...
मैंने भी बाँधा नही
मुहब्बत थी या मात्र आकर्षण
या सिर्फ़ दूरियाँ थी वजह
चाहते थी आसमान को छूने की
मगर रहना उसे धरती पर ही था
...