सुभद्रा कुमारी चौहान
मेरे भोले मूर्ख ह्रदय ने
कभी न इस पर किया विचार ।
विधि ने लिखी भाल पर मेरे ,
सुख की घड़ियां दो...
कभी न इस पर किया विचार ।
विधि ने लिखी भाल पर मेरे ,
सुख की घड़ियां दो...