बात
वक्त रात का जब थोड़ा सा गहरा होता है
तेरी यादों का ही मुझ पर पहरा होता है
चाहे देखूं यहां
चाहे देखूं जहां
मेरी आंखों में बस तेरा चेहरा होता है
करता हूं याद तेरी हर बात को...
तेरी यादों का ही मुझ पर पहरा होता है
चाहे देखूं यहां
चाहे देखूं जहां
मेरी आंखों में बस तेरा चेहरा होता है
करता हूं याद तेरी हर बात को...