मैं देख रहा हूँ…शाम ढलते हुए
देख रहा हूँ…
मैं
देख रहा हूँ
इस शाम को ढलते हुए
जो
कभी
गुजरती थी तुम्हारे आग़ोश में
तुम्हारे गेसुओं से खेलते हुए
याद है उस शाम ...
मैं
देख रहा हूँ
इस शाम को ढलते हुए
जो
कभी
गुजरती थी तुम्हारे आग़ोश में
तुम्हारे गेसुओं से खेलते हुए
याद है उस शाम ...