बचपन की याद
कभी हंसना कभी रोना,
कभी रूठना कभी मनाना
याद आता है मुझे
वो मासूम बचपन सुहाना
मां की डांट खाकर भी
मां की गोद में ही छुप जाना
याद आता है मुझे...
कभी रूठना कभी मनाना
याद आता है मुझे
वो मासूम बचपन सुहाना
मां की डांट खाकर भी
मां की गोद में ही छुप जाना
याद आता है मुझे...