गुड नाइट माय जन्मों के हमसफर।
बड़े से समुद्र में चांद की
रोशनी बिखरी थी,
रोशनी बातें कर रही थी
रातों में ।
हम और तुम वहां थे,
लहरें उठ रही थी,
लहरें गिर रही थी।
जानते हो हम दोनों
एक दूसरे के साथ
रेत पर बैठे थे ,
चांद बस देख रहा था
हमें।
एक दूसरे के हाथ में ...
रोशनी बिखरी थी,
रोशनी बातें कर रही थी
रातों में ।
हम और तुम वहां थे,
लहरें उठ रही थी,
लहरें गिर रही थी।
जानते हो हम दोनों
एक दूसरे के साथ
रेत पर बैठे थे ,
चांद बस देख रहा था
हमें।
एक दूसरे के हाथ में ...