अजनबी कि याद
एक अजनबी की याद हमे इस कदर आती है,
उसकी कमी महसूस होने पर आंखे भर जाती है,
मुस्कुराने की वजह हम ढूंढ़ते ही रह जाते है,
और उसकी यादे आकर हमे रुला जाती है,
उसकी देखी एक झलक,हमारी सांसे रुक गई,
उस पल को याद कर तन्हा राते गुजर जाती है,
मांगते है खुदा से बस उसका एक दीदार,
सांसे भी अब हमको तो रुक रुक कर आती है,
हंसी के...
उसकी कमी महसूस होने पर आंखे भर जाती है,
मुस्कुराने की वजह हम ढूंढ़ते ही रह जाते है,
और उसकी यादे आकर हमे रुला जाती है,
उसकी देखी एक झलक,हमारी सांसे रुक गई,
उस पल को याद कर तन्हा राते गुजर जाती है,
मांगते है खुदा से बस उसका एक दीदार,
सांसे भी अब हमको तो रुक रुक कर आती है,
हंसी के...