मैं हुं तेरे मेरे पास में
मैं हु तेरे पास में,
फिर भी क्यों जाने इतना भ्रमित सा हु,
ज्ञान को...
फिर भी क्यों जाने इतना भ्रमित सा हु,
ज्ञान को...