गजल -हम जो सोचते है
हम जो सोचते है,वही होता क्यों नहीं
दिल अगर जलता है,राख होता क्यों नहीं
हर मुलाकात में सोचा,अब नहीं मिलेंगे
सामने आते ही याद रहता क्यों नहीं
दरिया हर बार समंदर से मिले...
दिल अगर जलता है,राख होता क्यों नहीं
हर मुलाकात में सोचा,अब नहीं मिलेंगे
सामने आते ही याद रहता क्यों नहीं
दरिया हर बार समंदर से मिले...