तुमको देखते हुए.....
तुमको देखते हुए दिन हो गए...
कितने मौसम आए और कितने बीत गए...
लोग कहते है समय के
साथ प्यार बादल जाता है
फिर वो नजर नहीं आता है...
लेकिन,
तुम बिल्कुल वैसे हो अभी...
जैसे मिले थे कभी...
ना जाने लोगो के अल्फ़ाज़ अब कहा खो गए
तुमको देखते हुए कितने दिन हो गए...
आज भी वहीं सरारते है तुम्हारी...
जो अकसर जान ले लिया करती थी हमारी..
बिल्कुल बदले तुम नहीं...
प्यार मेरा भी तो हुआ कम नहीं..
तुम तो मेरे सारे दुखो को ढो गए...
तुमको देखते कितने दिन हो गए..
आज भी वहीं अंदाज़ है तुम्हरा...
बस इसी तरह कायम रहे प्यार हमारा...
झूठ कहते है लोग की
प्यार बस एक टाइम पास है..
मेरे लिए तो मेरी धड़कन
और जीने की आस है...
देखो ना सब कैसे कहीं सो गए...
तुमको देखते कितने दिन हो गए....
कितने मौसम आए और कितने बीत गए...
लोग कहते है समय के
साथ प्यार बादल जाता है
फिर वो नजर नहीं आता है...
लेकिन,
तुम बिल्कुल वैसे हो अभी...
जैसे मिले थे कभी...
ना जाने लोगो के अल्फ़ाज़ अब कहा खो गए
तुमको देखते हुए कितने दिन हो गए...
आज भी वहीं सरारते है तुम्हारी...
जो अकसर जान ले लिया करती थी हमारी..
बिल्कुल बदले तुम नहीं...
प्यार मेरा भी तो हुआ कम नहीं..
तुम तो मेरे सारे दुखो को ढो गए...
तुमको देखते कितने दिन हो गए..
आज भी वहीं अंदाज़ है तुम्हरा...
बस इसी तरह कायम रहे प्यार हमारा...
झूठ कहते है लोग की
प्यार बस एक टाइम पास है..
मेरे लिए तो मेरी धड़कन
और जीने की आस है...
देखो ना सब कैसे कहीं सो गए...
तुमको देखते कितने दिन हो गए....