मां का संदेश (पुलवामा में शहीद वीरों के लिए)
वापस तुझे देखने की चाहत बस एक चाहत रह गई है,
तू तो चला गया पर तेरे पीछे मेरी यह मोहब्बत रह गई है।
वादा तूने तोड़ दिया घर वापस आने का,
अजीब तो यह है कि मुझे तूने मौका ही नहीं दिया अंतिम विदाई में अपनी शक्ल दिखाने का।
आंखें तरस गई तेरी सूरत निहारने को,
बाहें तरस गई तुझे फिर से गले लगाने को।
अब नहीं...
तू तो चला गया पर तेरे पीछे मेरी यह मोहब्बत रह गई है।
वादा तूने तोड़ दिया घर वापस आने का,
अजीब तो यह है कि मुझे तूने मौका ही नहीं दिया अंतिम विदाई में अपनी शक्ल दिखाने का।
आंखें तरस गई तेरी सूरत निहारने को,
बाहें तरस गई तुझे फिर से गले लगाने को।
अब नहीं...