सफ़र
हर सफ़र आसन हो जरूरी नहीं ग़ालिब,
मगर सफ़र मैं किसी का साथ वो जरूरी होता है।
निगाहों की भी अपनी एक भाषा होती हैं
जहाँ पलकें उठती हैं, वहाँ झुकती भी हैं।
लकीरों के अनुसार एक दिशा होती हैं,
कहाँ बदल...
मगर सफ़र मैं किसी का साथ वो जरूरी होता है।
निगाहों की भी अपनी एक भाषा होती हैं
जहाँ पलकें उठती हैं, वहाँ झुकती भी हैं।
लकीरों के अनुसार एक दिशा होती हैं,
कहाँ बदल...