स्कूल की यादें।
स्कूल का पहला दिन, कुछ ख़ास तो याद नही मुझे।
पर हाँ पढ़ाई से ज्यादा नए दोस्तो से मिलने की खुशी थी।
पर आँखे क्लास से बाहर भी रहती थी, मम्मी के इंतजार में।
उनके बिना इतनी देर तक अकेला रहने की आदत जो नही थी।
लंच टाइम में दोस्तो के साथ मिल बाँट के खाना वही सीखा था ना।
कभी कभी लंच से पहले खाना भी वही सीख था।
घर जाने के टाइम पे खुशी भी होती थी और थोड़ा दुख भी होता था।
दोस्तो से कुछ देर के लिए दूर, और मम्मी के पास जाने का।
फिर कुछ वक़्त बदला, कुछ कुछ...
पर हाँ पढ़ाई से ज्यादा नए दोस्तो से मिलने की खुशी थी।
पर आँखे क्लास से बाहर भी रहती थी, मम्मी के इंतजार में।
उनके बिना इतनी देर तक अकेला रहने की आदत जो नही थी।
लंच टाइम में दोस्तो के साथ मिल बाँट के खाना वही सीखा था ना।
कभी कभी लंच से पहले खाना भी वही सीख था।
घर जाने के टाइम पे खुशी भी होती थी और थोड़ा दुख भी होता था।
दोस्तो से कुछ देर के लिए दूर, और मम्मी के पास जाने का।
फिर कुछ वक़्त बदला, कुछ कुछ...