*सुनना और समझना*
सुनने और समझने में,
अंतर, बस इतना सा होता है
सुना शब्दों को जाता है
समझा भावों को जाता है
फिर भी इस बात को,
हर कोई कहां समझ पाता है
सुन कर तुम उतना ही जानोगे
जितना वो तुम्हें बताता है
गर तुम समझना चाहोगे
तो यह जान पाओगे
जो बात वो चाह कर भी,
कभी कह नहीं पाता है
© Vineet
अंतर, बस इतना सा होता है
सुना शब्दों को जाता है
समझा भावों को जाता है
फिर भी इस बात को,
हर कोई कहां समझ पाता है
सुन कर तुम उतना ही जानोगे
जितना वो तुम्हें बताता है
गर तुम समझना चाहोगे
तो यह जान पाओगे
जो बात वो चाह कर भी,
कभी कह नहीं पाता है
© Vineet