यार मुझे कही फिर से मोहब्बत न हो जाये
रुक जाऊं या चल दू संग,
जो थामे हाथ रंगे अपने रंग..
ये बेचैनिया फिर होने लगी,
नींद फिर रातों से खोने लगी..
उसकी मुस्कराहट,...
जो थामे हाथ रंगे अपने रंग..
ये बेचैनिया फिर होने लगी,
नींद फिर रातों से खोने लगी..
उसकी मुस्कराहट,...