मीठा दर्द
में रो रहा था हर पल ,
हस रहे लोग पल पल ,
में मर रहा था बार बार ,
समझे मजाक हर बार ,
दर्द सीने में चीख रहा ,
दिल आसू में बहे रहा ,
हर तड़प से मारा गया ,
तेरे वास्ते मे हारा गया ,
में बार बार ये बता रहा ,
नींद का ख्वाब सता रहा,
आहट हर बार जला रही ,
तेरी यादें श्वास दिला रही ,
कितने घाव सीने मे लगे ,
कौन जाने कितने में लगे,
प्राण निकलने वाला था ,
राम राम बोलने वाला था ,
व्रत ऐसा जो तुमने किया ,
दूर हो कर मुझे मार दिया ,
सात जन्मों का वादा किया ,
कराह के हर पल पूरा किया ।
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