तुम और मैं
तुम कभी अकेले नहीं हो
मैं हूं ना साथ तुम्हारे..
कभी खुद पर विश्वास
डगमगाने लगे तो..
तुम मजबूत हो ये बताने
मैं हूं ना साथ तुम्हारे..
कभी माथे पे शिकन आए
माथे को चूमकर सारी शिकन मिटाने
मैं हूं ना साथ तुम्हारे..
कभी जिंदगी में अंधेरा सा लगे
तुम्हारी चांदनी बन...
मैं हूं ना साथ तुम्हारे..
कभी खुद पर विश्वास
डगमगाने लगे तो..
तुम मजबूत हो ये बताने
मैं हूं ना साथ तुम्हारे..
कभी माथे पे शिकन आए
माथे को चूमकर सारी शिकन मिटाने
मैं हूं ना साथ तुम्हारे..
कभी जिंदगी में अंधेरा सा लगे
तुम्हारी चांदनी बन...