kash woh khul kar mujhe batta deti
वह सीधी सी लड़की थी।
किताबों की रानी थी...
जैसे मानों उसकी दुनिया,
किताब किताब कहती थी;
उसके निगाह किताबों से,
कभी घडती नहीं थी...
कब उसने उस निगाह से मुझे इसारा दिया था...
कास वह मुझे खुल के बता देती,
मेरी दुनिया का हिस्सा होती...
@swaga6706
किताबों की रानी थी...
जैसे मानों उसकी दुनिया,
किताब किताब कहती थी;
उसके निगाह किताबों से,
कभी घडती नहीं थी...
कब उसने उस निगाह से मुझे इसारा दिया था...
कास वह मुझे खुल के बता देती,
मेरी दुनिया का हिस्सा होती...
@swaga6706