#जाने-दो..!
#जाने-दो..!
जाने दो जो चला गया,
मृगछालों से जो ठगा गया।
बेवक्त जो वक्ता बना गया,
#जाने-दो..!जाने-दो वो लम्हे, जो बीत गए अब, खो गए वक्त की लहरों में तब.छोड़ दो वो बातें, जो बसी हैं यादों में, नए सपने बुनो, नयी राहों में।जाने-दो दर्दों को, छोड़ो दिल की बातें, मुस्कान की ओर बढ़ो, नयी खुशियों की राहें।आँखों में ताजगी, दिल में हो बस उम्मीद, #जाने-दो कठिनाइयों को, बढ़ो नये सफलता की सीढ़ी।
© Piaa
जाने दो जो चला गया,
मृगछालों से जो ठगा गया।
बेवक्त जो वक्ता बना गया,
#जाने-दो..!जाने-दो वो लम्हे, जो बीत गए अब, खो गए वक्त की लहरों में तब.छोड़ दो वो बातें, जो बसी हैं यादों में, नए सपने बुनो, नयी राहों में।जाने-दो दर्दों को, छोड़ो दिल की बातें, मुस्कान की ओर बढ़ो, नयी खुशियों की राहें।आँखों में ताजगी, दिल में हो बस उम्मीद, #जाने-दो कठिनाइयों को, बढ़ो नये सफलता की सीढ़ी।
© Piaa