लगन से आगे बढ़
किस बात पे है तुझे डर और फिकर ।
कोई कुछ भी सोचे, कर उसको दर-गुजर ।।
नजरें किसीसे बचाने से पहले अव्वली खुदसे लढ़ ।
हिम्मत खुदपर रख और उसे पुरा करने आगे बढ़ ।।
गर भरोसा है तुझे अपनी कुव्वत, लगन और परवरदिगार की खुदाई पे ।
आ जायेगा जज्बा खुद-ब-खुद, कोई न रोक पायेगा तुझे तेरी कामयाबी से ।।
मंजिल...
कोई कुछ भी सोचे, कर उसको दर-गुजर ।।
नजरें किसीसे बचाने से पहले अव्वली खुदसे लढ़ ।
हिम्मत खुदपर रख और उसे पुरा करने आगे बढ़ ।।
गर भरोसा है तुझे अपनी कुव्वत, लगन और परवरदिगार की खुदाई पे ।
आ जायेगा जज्बा खुद-ब-खुद, कोई न रोक पायेगा तुझे तेरी कामयाबी से ।।
मंजिल...