ऐ जिन्दगी इतना क्यों रुलाए जा रही है..
‘ऐ जिन्दगी इतना क्यों रुलाए जा रही है।
फिर भी क्या आजमाएं जा रही है!!
‘चल तो रहे हैं तुम्हारी ही शर्तों पर
फिर भी क्या समझाए जा...
फिर भी क्या आजमाएं जा रही है!!
‘चल तो रहे हैं तुम्हारी ही शर्तों पर
फिर भी क्या समझाए जा...