मां❣️
मां....💌
मेरी कलम का रूककर झूकना,
तुझे बयां कैसे करू का एलान करती है।
.
मेरे हर अंग को अपनी कोख में बनाकर मुझे एक जिंदगी दि है तुमने।
उस जिंदगी को अपनी कोख में सवारा है तुमने।
मेरे लड़खड़ाते कदमों को चलना सिखाया है तुमने।
अ से आदर से लेकर, स से सम्मान करना सिखाया है तुमने।
मेरी हां से लेकर मेरी ना तक को समझा है तुमने।
मेरे बचपन को खूबसूरत बनाकर मेरी आगे की जिंदगी खुशहाल हो की दुआ की है तुमने।
.
कहकर क्या मैं तुम्हें बयां कर पाऊं,
मां सुनते ही में खुद को पूर्ण पाऊं।
😌❣️😌
#Mumma's_Love
#World
मेरी कलम का रूककर झूकना,
तुझे बयां कैसे करू का एलान करती है।
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मेरे हर अंग को अपनी कोख में बनाकर मुझे एक जिंदगी दि है तुमने।
उस जिंदगी को अपनी कोख में सवारा है तुमने।
मेरे लड़खड़ाते कदमों को चलना सिखाया है तुमने।
अ से आदर से लेकर, स से सम्मान करना सिखाया है तुमने।
मेरी हां से लेकर मेरी ना तक को समझा है तुमने।
मेरे बचपन को खूबसूरत बनाकर मेरी आगे की जिंदगी खुशहाल हो की दुआ की है तुमने।
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कहकर क्या मैं तुम्हें बयां कर पाऊं,
मां सुनते ही में खुद को पूर्ण पाऊं।
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#Mumma's_Love
#World