ख्वाबों का नीड
हजरातों की गोँ में,
ख्वाबओं का नीड बनाते रहे |
और हार नीद टूटने के बाद बेघर ही रहे...
ख्वाबओं का नीड बनाते रहे |
और हार नीद टूटने के बाद बेघर ही रहे...