तुम ही तुम हो अब हर जगह...
प्रेम ही प्रेम है अब हर जगह...
चांद देखूं या तुम्हे, हसीन ख़्वाब देखूं या तुम्हारी आंखें।।
बस तुम ही तुम हो अब हर जगह...
मुझमें मुझ से...
चांद देखूं या तुम्हे, हसीन ख़्वाब देखूं या तुम्हारी आंखें।।
बस तुम ही तुम हो अब हर जगह...
मुझमें मुझ से...