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धड़कन शिव है तो ये दिल कृष्णमयी :
मेरे भोलेनाथ जिसने सबको अमृत देकर खुद विष पीलिया,
मेरे श्री कृष्ण जो अविनाशी होकर भी एक बहेलिया के बाड़ से खुद की देह को त्याग दिया,

शिव शक्ति के विरह हो या राम सीता के विरह की बात हो,
ना जाने कितने ही त्याग और बलिदान हो

कठिन इम्तिहान में आपका हाथ ना छोड़ने की आस है
बस खोने मत देना प्रभु, क्युकी आपके सहारे ही मेरी पहचान है,
तुमसे सबेरे, तुमसे शाम है,
हरि या शिव एक ही जुबान पर नाम है
मेरा तो बस तेरे दर्शन की आस है,

शंका दूर कर शिव बनके आना तो कभी मोह दूर करके मोहन,
दुर्गति दूर कर के दुर्गा तो कभी ब्रम्ह दूर करके ब्रम्हा,

अब तुम पर भरोसा करके ग़म की नुमाइश नहीं करती
जो मेरा होगा वो मेरे पास आप भेजो अब किसी की ख्वाईश नहीं करती|



मेरी धड़कन शिव तो ये पूरा दिल कृष्णमयी है...🙏🌸




© Angelite** :)