रात और दिन का मिलन
#भोरकेपर्दे
बंद पर्दों के पीछे जब सुबह की
पहली किरणें धीरे-धीरे दस्तक देती हैं,
हर ओर एक खास सा सन्नाटा बिखर जाता है।
कमरे में हल्की-सी रोशनी का
आभास होने लगता है,
जैसे रात की गहरी चादर को कोई
बड़े प्यार से उठा रहा हो।
बाहर पक्षियों की...
बंद पर्दों के पीछे जब सुबह की
पहली किरणें धीरे-धीरे दस्तक देती हैं,
हर ओर एक खास सा सन्नाटा बिखर जाता है।
कमरे में हल्की-सी रोशनी का
आभास होने लगता है,
जैसे रात की गहरी चादर को कोई
बड़े प्यार से उठा रहा हो।
बाहर पक्षियों की...