तुम ऐसे हो
सती को पार्वती के रूप में पाने के लिए शिव ने इतने साल तपस्या की इतना इंतजार किया सिर्फ उनको पाने के लिए क्या कोई मेरा इसे इंतजार करेगा ? क्या कोई मुझे इतनी शिद्दत से प्यार करेगा ?
उसका हृदय वो मेरा प्राण हो
मैं उसका मान वो मेरा सम्मान हो
मैं उसकी सीता वो मेरा राम हो
मैं उसकी रैना वो मेरा अंधकार हो
मैं उसका अर्थ वो मेरा सार हो
मैं प्रपंच कोई वो मेरा जंजाल हो
मैं मोक्ष उसका वो मृत्यु अकाल हो
मैं बहती हुई नदी और वो सागर विशाल हो
© safaredard
उसका हृदय वो मेरा प्राण हो
मैं उसका मान वो मेरा सम्मान हो
मैं उसकी सीता वो मेरा राम हो
मैं उसकी रैना वो मेरा अंधकार हो
मैं उसका अर्थ वो मेरा सार हो
मैं प्रपंच कोई वो मेरा जंजाल हो
मैं मोक्ष उसका वो मृत्यु अकाल हो
मैं बहती हुई नदी और वो सागर विशाल हो
© safaredard