सही निर्णय
सबसे कठिन चुनाव था जहाँ
मै चौराहे पर खड़ी थी, मेरा दिल
टुकड़ों में बट गया था, किसकी
ओर मै अपना निर्णय सुनाऊँ
जबकि दोनों अपनी अपनी जगह
सही थे और दोनों ही मेरे दिल के
बहुत करीब थे,
कैसी ये विपदा मुझ पर आन पड़ी थी
एक तरफ मायका और दूजी तरफ
ससुराल की इज्जत मेरे हाथ थी
दोनों ही मेरे लिए समान थे
एक मेरी पहचान थी और दूसरा...
मै चौराहे पर खड़ी थी, मेरा दिल
टुकड़ों में बट गया था, किसकी
ओर मै अपना निर्णय सुनाऊँ
जबकि दोनों अपनी अपनी जगह
सही थे और दोनों ही मेरे दिल के
बहुत करीब थे,
कैसी ये विपदा मुझ पर आन पड़ी थी
एक तरफ मायका और दूजी तरफ
ससुराल की इज्जत मेरे हाथ थी
दोनों ही मेरे लिए समान थे
एक मेरी पहचान थी और दूसरा...