मसला नया है उलझनो का
कुछ उलझने उलझा रही है मुझे
ऐतराज न हो तो बता दूं....
जरूरी तो नही है सुनना
पर अगर तुम चाहो तो इश्क़ जता दूं...
खैर छोड़ो तुम फिर वही उम्र का पहरा लगाओगे....
या फिर सुन ही लो
वक्त कितना ही आगे क्यों न निकल जाए
तुम मुझे और मेरे इश्क़ को वही ठहरा पाओगे....
अब तुम्हे मेरे पास आना है या बेशक बेहतरीन के पास जाना है
ये तुम्हारी मर्जी है.......
ऐतराज न हो तो बता दूं....
जरूरी तो नही है सुनना
पर अगर तुम चाहो तो इश्क़ जता दूं...
खैर छोड़ो तुम फिर वही उम्र का पहरा लगाओगे....
या फिर सुन ही लो
वक्त कितना ही आगे क्यों न निकल जाए
तुम मुझे और मेरे इश्क़ को वही ठहरा पाओगे....
अब तुम्हे मेरे पास आना है या बेशक बेहतरीन के पास जाना है
ये तुम्हारी मर्जी है.......