...

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सबकुछ आपके हाथ में हैं ,जैसा आप चाहें।
देखिये आप जो भी लिखतें हैं ,कहतें हैं या बोलतें हैं ,
वो सही है ,गलत है, कितना सार्थक है और उस बात को परिस्थितियों के सापेक्ष किस प्रकार रखा गया है,
इन सब बातों को जाने बिना ,इन पर विचार किये बिना ,
बहुत आदमी आपको ऐसे मिलेंगे ,
जो हर बार सिर्फ आपकी बात काटने के उद्देश्य से ही खड़े होंगे ,
उनका व्यक्तित्व बहुत ,खैर काहे का व्यक्तित्व ,ऐसे defective peace आजकल मार्केट में बहुतायत मात्रा में trend कर रहें हैं,
इनकी प्रतिक्रिया को लेकर मेरे प्रिय साथियो आपको अपना mood बिगाड़ने ya...