मैं रुद्र हूँ
मैं काल हूँ, मैं ही रुद्र हूँ
मैं ब्राह्मण हूँ, मैं ही शूद्र हूँ।
मैं ही देव हूँ, मैं दानव हूँ
कण कण में व्याप्त मैं ही मानव हूँ
हूँ प्रेम मैं, संताप हूँ
शीतल नीर, अग्नि का ताप हूँ
मैं रावण का अहंकार हूँ
मैं ही राम सा...
मैं ब्राह्मण हूँ, मैं ही शूद्र हूँ।
मैं ही देव हूँ, मैं दानव हूँ
कण कण में व्याप्त मैं ही मानव हूँ
हूँ प्रेम मैं, संताप हूँ
शीतल नीर, अग्नि का ताप हूँ
मैं रावण का अहंकार हूँ
मैं ही राम सा...