इंतेजार में रहती हूं
बहुत दिन हो गए
वो मिलने हमसे आए नहीं
लगता हैं प्यास उसका बुझ गए
अब मेरी उनको जरूरत रहा नहीं
फिर भी यकीन हैं हमें
कभी फुर्सत में उन्हें हम याद आते नहीं
ऐसा तो कभी होगा नहीं
जानती नहीं मैं वो आयेंगे नहीं कभी...
वो मिलने हमसे आए नहीं
लगता हैं प्यास उसका बुझ गए
अब मेरी उनको जरूरत रहा नहीं
फिर भी यकीन हैं हमें
कभी फुर्सत में उन्हें हम याद आते नहीं
ऐसा तो कभी होगा नहीं
जानती नहीं मैं वो आयेंगे नहीं कभी...