मोमबती नहीं हथियार उठाओ
मोमबति नहिं शस्त्र उठाओ,
न्याय मिलने का इंतज़ार ना करो,
ख़ुद ही न्याय का उधारण बन जाओ।
मेरे देश की नारी महान हो तुम,
किस निद्रा में विलीन हो?
होश में आओ,
मोमबति नहीं हथियार उठाओ।
पारंगत बनाओ ख़ुद को शस्त्रोंकी...
न्याय मिलने का इंतज़ार ना करो,
ख़ुद ही न्याय का उधारण बन जाओ।
मेरे देश की नारी महान हो तुम,
किस निद्रा में विलीन हो?
होश में आओ,
मोमबति नहीं हथियार उठाओ।
पारंगत बनाओ ख़ुद को शस्त्रोंकी...