हसरत-ए-ज़िन्दगी
#AmILivingGoodLife
वफ़ा की धुन पर, नग़मा-ए-मुहब्बत
मेरी हयात को तुम अब गुनगुनाने दो।
थोड़ा प्यार ही काफी है,ताउम्र के लिए।
बाक़ी नफ़रत जो कहती है, कहने...
वफ़ा की धुन पर, नग़मा-ए-मुहब्बत
मेरी हयात को तुम अब गुनगुनाने दो।
थोड़ा प्यार ही काफी है,ताउम्र के लिए।
बाक़ी नफ़रत जो कहती है, कहने...