ग़ज़ल
कुछ अलग हो जो,फ़न कहानी में
डूब जाता है मन कहानी में
पूस की रात,चीफ़ की दावत
और डूबा कफ़न कहानी में
बे-रुख़ी,बे-बसी...
डूब जाता है मन कहानी में
पूस की रात,चीफ़ की दावत
और डूबा कफ़न कहानी में
बे-रुख़ी,बे-बसी...