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हम तेरे शहर में
#मयखाने
जब से हुई है मेरी आमद शहर में तेरे
मुझसे रूठे रूठे सारे मयखाने हैं।
जब से हुई है आमद मेरी शहर में तेरे
मेरे ही हर तरफ बिखरे अफ़साने हैं।
ढूंढती हैं निगाहें हो बेक़रार तुमको ,
कैसे बताएं इस शहर से अनजाने हैं।
जब से हुई है आमद मेरी शहर में तेरे,
मेरे हर लफ्ज़ फिर लगे गुनगुनाने हैं।
--@NURI (नैरिती)..💞💞
जब से हुई है मेरी आमद शहर में तेरे
मुझसे रूठे रूठे सारे मयखाने हैं।
जब से हुई है आमद मेरी शहर में तेरे
मेरे ही हर तरफ बिखरे अफ़साने हैं।
ढूंढती हैं निगाहें हो बेक़रार तुमको ,
कैसे बताएं इस शहर से अनजाने हैं।
जब से हुई है आमद मेरी शहर में तेरे,
मेरे हर लफ्ज़ फिर लगे गुनगुनाने हैं।
--@NURI (नैरिती)..💞💞
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