एकतरफा प्यार (भाग-3)
ना तेरी कमी बनना मंजूर है,
ना तेरी गमी हमें मंजूर है।
तू मुस्कुरा दे एक बार देखकर हमें,
वहीं जुम्मा दुआ - ए- कुबुल है।
नफा - नुकसान समझा नहीं,
कायल तेरे प्यार में इतना नजरें उठाकर आजतक देखा नहीं।
वो कहते हैं आशिक हैं तेरे-2,
जरा उनसे पूछो क्या गहरे हैं हमसे।
निगाहों का...
ना तेरी गमी हमें मंजूर है।
तू मुस्कुरा दे एक बार देखकर हमें,
वहीं जुम्मा दुआ - ए- कुबुल है।
नफा - नुकसान समझा नहीं,
कायल तेरे प्यार में इतना नजरें उठाकर आजतक देखा नहीं।
वो कहते हैं आशिक हैं तेरे-2,
जरा उनसे पूछो क्या गहरे हैं हमसे।
निगाहों का...