मन की व्यथा
कुछ मोल तो सबने चुनना है।
बातो की अपनी गाथा है।
कुछ आशा है, कुछ निराशा है।
कुछ है पावन, कुछ अपने मन की बाधा है।
सबका अपना, सृजन है।
सबके मन मे, सपना है।
किस चित् मे कौन बसे ये अपनी अपनी घटना है।
व्यथा...
बातो की अपनी गाथा है।
कुछ आशा है, कुछ निराशा है।
कुछ है पावन, कुछ अपने मन की बाधा है।
सबका अपना, सृजन है।
सबके मन मे, सपना है।
किस चित् मे कौन बसे ये अपनी अपनी घटना है।
व्यथा...