जैसा भी है मेरा है
वो जैसा भी है मेरा है
मेरी अंधेरी रातों का
उगता हुआ सवेरा है
थोड़ा कठोर है बहुत कठिन है
पर दिल का बड़ा सुनहरा है
बड़ी बड़ी आंखें उसकी
और हंसता हुआ चेहरा है
देखे जब भी दिल को चुरा ले
मानो कोई शातिर लुटेरा है
ज्ञान बांटे सबको ऐसे
जैसे सरसूती का प्यारा है
बोली बोले जग फंस...
मेरी अंधेरी रातों का
उगता हुआ सवेरा है
थोड़ा कठोर है बहुत कठिन है
पर दिल का बड़ा सुनहरा है
बड़ी बड़ी आंखें उसकी
और हंसता हुआ चेहरा है
देखे जब भी दिल को चुरा ले
मानो कोई शातिर लुटेरा है
ज्ञान बांटे सबको ऐसे
जैसे सरसूती का प्यारा है
बोली बोले जग फंस...