अब इश्क़ कैसे न हो।।
#linesoflibrary
#RAVINDRA SINGH BORA
उसका दुपट्टा उसके जिस्म से नहीं उसकी रुह से लिपटा है।
सुना तो है कि रंगरेज़ो की गली मे इस बार फिर से अफवाहे फैली है।
अब इश्क़ कैसे ना हो,
उसकी...
#RAVINDRA SINGH BORA
उसका दुपट्टा उसके जिस्म से नहीं उसकी रुह से लिपटा है।
सुना तो है कि रंगरेज़ो की गली मे इस बार फिर से अफवाहे फैली है।
अब इश्क़ कैसे ना हो,
उसकी...