Kahan hum...kahan tum
चलते चलते रहो पे ना जाने कब
हम दोनो इक हुये
सेहरा तू समंदर मै फिर यु…
हम कैसे मिल गये
उलजे हुये थे...
हम दोनो इक हुये
सेहरा तू समंदर मै फिर यु…
हम कैसे मिल गये
उलजे हुये थे...