मैं एक कहानी
मै किसी की कहानी नहीं ,
गम तो थोरा इसका है,
कि किसी किस्से का मै हिसा नहीं |
अज्र , अजाब , आजमाइश
बस इन्हीं से अब सारा रिश्ता है ,
दिल या दिमाग के बीच रूह ही तो पिस्ता है |
कभी ग़म तो कभी ग़म-ख़्वार ,
कभी आँखे नम और दर्द बार बार,
इन्हीं सब में जिंदगी का...
गम तो थोरा इसका है,
कि किसी किस्से का मै हिसा नहीं |
अज्र , अजाब , आजमाइश
बस इन्हीं से अब सारा रिश्ता है ,
दिल या दिमाग के बीच रूह ही तो पिस्ता है |
कभी ग़म तो कभी ग़म-ख़्वार ,
कभी आँखे नम और दर्द बार बार,
इन्हीं सब में जिंदगी का...