पहले जलना में चाहता हूं
किया किया लिखू तुम्हारे बारे में
जो भी लिखु सब झूठ लगता है
किया बताऊं तुम्हारे बारे में
जो भी बताऊं,जिसको भी बताऊं
ये सब बाते मुझे एक सपना लगता है
वैसे किया गुना किया मेने
आकाश, वायु,अग्नि,जल, पृथ्वी
ये पंचमहाभूत को वचन देकर
तुमको अपना बनाया था,
अग्नि को सखि मान कर
तुम जो सात फेरे लिए थे...
जो भी लिखु सब झूठ लगता है
किया बताऊं तुम्हारे बारे में
जो भी बताऊं,जिसको भी बताऊं
ये सब बाते मुझे एक सपना लगता है
वैसे किया गुना किया मेने
आकाश, वायु,अग्नि,जल, पृथ्वी
ये पंचमहाभूत को वचन देकर
तुमको अपना बनाया था,
अग्नि को सखि मान कर
तुम जो सात फेरे लिए थे...